ग्वालियर में लगाई गई मिहिर भोज की प्रतिमा को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। गुर्जर समाज ने दावा किया है कि है कि मिहिर भोज गुर्जर थे और चौहान, तोमर परिहार जैसी जातियां भी गुर्जर ही हैं । यह बयान अखिल भारतीय गुर्जर समाज के राष्ट्रीय मार्गदर्शक मार्गदर्शक आचार्य बीरेंद्र विक्रम और राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग सिंह ने ग्वालियर में एक प्रेस वार्ता में कही। उन्होंने कहा है कि पृथ्वीराज चौहान भी गुर्जर ही थे। गुर्जर नेताओं ने क्षत्रिय समाज को चुनौती दी है कि वे चाहे तो अपने ऐतिहासिक तथ्य और गुर्जर समाज के तथ्यों से मिलान कर लें। दरअसल ये पूरा विवाद ग्वालियर से शुरू हुआ। यहां कुछ दिन पहले मिहर भोज की एक प्रतिमा का अनावरण गुर्जर समाज के द्वारा कराया गया था जिसके बाद क्षत्रिय समाज के लोग इस पर आपत्ति जता रहे हैं। सिर्फ इतना ही नहीं अगले ही दिन इस मूर्ति को अज्ञात लोगों ने क्षतिग्रस्त भी कर दिया था. इसको लेकर लखनऊ से राकेश सिंह नाम के एक व्यक्ति ग्वालियर के पूर्व विधायक मुन्ना लाल गोयल को फोन पर यह भी कहा था कि ग्वालियर में आकर इस पर विरोध करेंगे क्योंकि मिहिर भोज क्षत्रिय थे। इसका ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। और यह भी बात अब दिल्ली के गुर्जर नेताओं तक पहुंच गया है। इसको लेकर दिल्ली और हरियाणा के तमाम गुर्जर नेता ग्वालियर पहुंचे और उन्होंने उन लोगों को चुनौती दी है जो मिहर भोज को क्षत्रिय बता रहे हैं।
Posted On:Thursday, September 16, 2021